मुगल शासन व्यवस्था मुगल शासन में मंत्रि परिषद को विजारत कहा जाता था. बाबर के शासनकाल में वजीर पद काफी महत्वपूर्ण था. सम्राट के बाद शासन के कार्यों को संचालित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण अधिकारी वकील था. जिसके कर्तव्यों को अकबर ने दीवान, मीरबख्शी, सद्र-उस-सद्र और मीर समन में विभाजित कर दिया. औरंगजेब के समय […]
मराठा साम्राज्य मराठा साम्राज्य का संस्थापक शिवाजी थे. शिवाजी का जन्म 1627 ई में शिवनेर दुर्ग जुन्नार के समीप में हुआ था. शिवाजी के पिता का नाम शाहजी भोंसले और माता का नाम जिजाबाई था. शाहजी भोंसले की दूसरी पत्नी का नाम तुकबाई मोहिते था. शिवाजी के गुरु कोंडदेव जी थे. आध्यात्मिक क्षेत्र में शिवाजी […]
शिवाजी का उत्तराधिकारी शिवाजी का उत्तराधिकारी शम्भाजी था. शम्भाजी ने उज्जैन के हिंदी और संस्कृत के प्रकाण्ड विद्वान् कवि कलश को अपना सलाहकार नियुक्त किया. 21 मार्च 1689 ई को मुग़ल सेनापति मखर्रब खाँ ने संगमेश्वर में छिपे हुए शम्भाजी और कवि कलश को गिरफ्तार कर लिया और उसकी हत्या कर दी. शम्भाजी के बाद […]
उत्तरकालीन राजा उत्तरकालीन राजा के शासनकाल उत्तराधिकार युद्ध के गुरु गोविन्द सिंह ने बहादुरशाह का साथ दिया था. बहादुरशाह का पर्व नाम मुअज्जम था. बहादुर शाह को शाह-वे-खबर के उपनाम से पुकारा जाता था. जहाँदारशाह अपने शासन में लाल कुमारी नाम की वेश्या को हस्तक्षेप करने का आदेश दे रखा था. मुगलकालीन इतिहास में सैयद […]
भगवान श्री हनुमान जी की हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) Shri Guru Charan Saroj Raj – श्रीगुरु चरन सरोज रज …..Hanuman Chalisa Nij mane mukure sudhar – निज मनु मुकुरु सुधारि । Varnao Raghuvar Vimal Jasu – बरनउँ रघुबर बिमल जसु Jo dayaku phal char – जो दायकु फल चारि ॥ Budhi Hin Tanu Janike – बुद्धिहीन तनु जानिके Sumirau Pavan Kumar – सुमिरौं पवन-कुमार । […]
How to plan for a New Hindi Website visitor strategy हम अपनी वेबसाइट पर कम समय में अच्छे विजिटर कैसे ला सकते है ? आपके लिए यहाँ पर Visitor Strategy, Business Information, SEO Information and Tips. How to plan for a New Hindi Website visitor strategy सबसे पहले आपके मन की बात Visitor Strategy के […]
लक्ष्मी प्राप्ति के सरल उपाय आज के अशांति के युग में प्रत्येक मनुष्य सम्पत्ति के लिए लालायित रहता है. क्योकि बिना सम्पत्ति जीवन की कोई आवश्यकता पूरी नहीं होती. जिसके पास धन है. उसके पास सब कुछ है. सारे गुण, अवगुण सम्पत्ति में बसते है. किन्तु लक्ष्मी प्राप्ति की चाहत सभी को होती है. बहुत […]
एकाग्रता ही सफलता एकाग्रता ही सफलता की कुंजी है, आप दिन प्रतिदिन अपने काम को एकाग्रता से करे तो हर काम में सफलता प्राप्त कर सकते है. या मेघा देवगणा: पितरश्चोपासन्ते ता मामघ मेघगने मेघविन कुरु. इस वेदमंत्र में प्रभु से मेघा (बुद्धि) की याचना की गई है. मेघा या बुद्धि को विकसित करने में […]
तिलक क्यों लगायें ? जानिए तिलक का महत्व को भारतीय संस्कृति में तिलक का महत्व सर्वविदित है. प्रतिदिन प्रात: काल स्नान के उपरांत मंदिर जाकर या किसी विशेष धार्मिंक अवसर पर चंदन का तिलक लगाने की परम्परा प्राचीन है. तिलक को हम मस्तक पर दोनों भोहों के बीच और नासिका के प्रारम्भिक स्थल पर लगाते […]
Earth Changing पृथ्वी का बदलता स्वरुप और प्रक्रिया Changing Face of The Earth पृथ्वी की सतह पर निरंतर परिवर्तन होते रहते है. ये परिवर्तन आतंरिक और बाह्रा शक्तियों के कारण होते है. ज्वालामुखी तथा भूकंप आदि अनेक ऐसी आंतरिक शक्तियां है जो पृथ्वी के धरातल के निचे क्रियाशील रहती है. इसके फलस्वरूप Earth Changing पृथ्वी […]